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महिलाओं के विरूद्ध घरेलू हिंसा: एक समाजशास्त्रीय अध्ययन | Original Article

मोहिनी जैन मोहम्मद अरशद in Shodhaytan (RNTUJ-STN) | Multidisciplinary Academic Research

ABSTRACT:

प्रस्तुत शोध पत्र में भोपाल महिलाओं के विरूद्ध होने वाली घरेलू हिंसा का अध्ययन किया गया। इस शोध कार्य में हमने गुना शहर के 40 महिलाओं को न्यादर्श के रूप में चुना है। आंकड़ों के संकलन के लिए उपकरण के रूप में घेरलू हिंसा से संबंधित स्वनिर्मित साक्षात्कार अनुसूची का प्रयोग किया गया। प्रस्तुत शोध कार्य से हमें यह निष्कर्ष प्राप्त हुआ है कि सर्वाधिक निम्न सामाजिक आर्थिक स्तर की महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है। उनको आत्मनिर्भर बनाकर घरेलू हिंसा के स्तर को कम किया जा सकता है, सर्वाधिक प्रतिशत महिलायें यह मानती हैं कि शैक्षिक योग्यता का कम होना भी घरेलू हिंसा का एक मुख्य कारण है। उच्च शिक्षा से घरेलू हिंसा को रोका जा सकता है। तथा घरेलू हिंसा का मुख्य कारण लैगिंक भेदभाव है। यदि महिलायें उच्च शिक्षित होगी तो वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक भी रहेंगी जिसके परिणामस्वरूप घर का कोई भी सदस्य उन्हें प्रताड़ित करने से पहले विचार करेगा। अर्थात् महिलाओं की शिक्षा, जागरूकता और आत्मविश्वास ही उन्हें सफल बनायेंगी।